संस्कारों के बिना शिक्षा अधूरी: डा. श्रुति शुक्ला

सर्वहितकारी शिक्षा समिति के 3 दिवसीय वार्षिक उत्सव 2018 का शुभारंभ शुक्रवार को गुरू गोविंद सिंह एवेन्यू स्थित विद्या धाम से हुआ. विद्या भारती के प्रदेश भर के प्रधानाचार्य व आचार्य के राज्यस्तरीय सम्मान समारोह का उद्घाटन गाइडैंस एंड काऊंसलिंग, एस.सी.ई.आर.टी. की स्टेट को-आर्डिनेटर डा. श्रुति शुक्ला ने किया. कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित करने की रस्म डा. श्रुति शुक्ला के साथ विद्या भारती के संगठन मंत्री यतींद्र, उत्तर क्षेत्र के महामंत्री सुरेंद्र अत्तरी और महामंत्री अशोक बब्बर ने निभाई.

समारोह में शामिल विद्या भारती के पंजाब भर से अव्वल चुने गए प्रधानाचार्य और आचार्यों को संबोधित करते हुए डा. श्रुति शुक्ला ने कहा कि संस्कारों के बिना शिक्षा अधुरी है. मौजुदा समय में कई कारणों से शिक्षा के मायने बदल गए है और यह व्यवस्था नंबरों में कैद होकर रह गई है. ब्रेन ड्रेन के कारण भी समाज में तेजी से बदलाव हो रहा है. इसलिए अगर शिक्षा में बदलाव लाना है, तो अपने में बदलाव लाना होगा. शिक्षा को मानवता, संस्कार, संस्कृति, वैल्यू से जोड़ना होगा. आज के शिक्षा में मैंटोर होने की जरूरत है, जो बच्चों का सर्वांगिन विकास कर सके.