शिक्षा के क्षेत्र में होती रहेगी निरंतर कार्य वृद्धि
अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की तीन दिवसीय साधारण सभा प्रारंभ
शिक्षा क्षेत्र में हम कार्यवृद्धि कर रहे हैं और निरंतर करते रहेंगे. यह उद्गार विद्याभारती के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. ललित बिहारी गोस्वामी ने सरस्वती विद्यापीठ उतैली परिसर में 3 दिन तक चलने वाली साधारण सभा के उद्घाटन सत्र में शुक्रवार को वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कही. श्री गोस्वामी ने कहा कि विद्याभारती शिक्षा क्षेत्र में सन 1977 से कार्यरत है. उन्होने बताया कि विद्याभारती देशभर में संस्कृति ज्ञान परीक्षा आयोजित करती है, जिससे छात्र, आचार्य व अभिभावकों में संस्कृति बोध जागृत होता है. प्रत्येक वर्ष में 1 बार माह अप्रैल में साधारण सभा की सर्वोच्च बैठक होती है जिसमें देश भर से 300 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेते हैं. साधारण सभा 6 अप्रैल से प्रारंभ होकर 8 अप्रैल सायं तक चलेगी.
20 लाख छात्रों ने दी थी परीक्षा
प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुये डॉ. ललित बिहारी गोस्वामी ने बताया कि वर्तमान में देशभर में विद्याभारती के 12 हजार 678 विद्यालय, 4 हजार 397 एकल संस्कार केंद्र व 8 हजार 221 संस्कार केंद्र चल रहे हैं. विद्याभारती की कार्य देश के 705 में से 623 जिलों में है. इस वर्ष परीक्षा में 14 हजार 631 विद्यालयों के 20 लाख 11 हजार 240 छात्र सहभागी हुये व 54 हजार 216 आचार्य व अभिभावकों ने परीक्षा दी थी.
शैक्षिक प्रयोगो पर चिंतन
तीन दिवसीय बैठक में किन-किन विषयों में चिंतन मनन होगा, यह जानकारी देते हुए राष्ट्रीय संगठन मंत्री कशीपति ने बताया कि देशभर में चल रहे शैक्षिक प्रयोगों को आपस में साझा करते हुए शैक्षिक गुणवत्ता की दृष्टि से और नया क्या-क्या कर सकते हैं इस विषय पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा. तीन दिवसीय बैठक में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी का विशेष मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है. उद्घाटन कार्यक्रम में गत दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. उद्घाटन कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गोविंद शर्मा, संरक्षक पद्मश्री से सम्मानित ब्रह्म्देव शर्मा सरंक्षक विशेष रूप से उपस्थित रहे.