Three day Acharya Vikas Varg of Vidya Bharati South Assam
विद्या भारती दक्षिण असम का तीन दिवसीय आचार्य विकास वर्ग उधारबंद में आयोजित
विद्या_भारती दक्षिण_असम का तीन दिवसीय आचार्य विकास वर्ग उधारबंद में आयोजित 27-29 जुलाई 2024 : वर्ग में काछार, करीमगंज, हैलाकांडी और दिमाहासाओ जिले सहित लामडिंग के विद्या भारती विद्यालयों में कार्यरत 110 आचार्यों ने भाग लिया।
विद्या भारती दक्षिण असम प्रांत का तीन दिवसीय आचार्य विकास वर्ग को उधारबंद के कचाकांति विद्या मंदिर में संपन्न हुआ। तीन दिवसीय वर्ग का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर विद्या भारती पूर्वोत्तोर क्षेत्र कार्यकारिणी समिति के सदस्य योगेन्द्र सिंह शिशोदिया, शिक्षा विकास परिषद दक्षिण असम के अध्यक्ष डॉ. निखिल भूषण दे, सचिव निहारेंदु धर, संगठन मंत्री महेश भागवत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दक्षिण असम के कार्यकारी सदस्य और काचाकांति विद्यामंदिर की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष क्षौणिश चंद्र चक्रवर्ती, काचाकांति विद्यामंदिर की प्राचार्या शिखा कुंडू ने किया।
एक अनौपचारिक समारोह के साथ आचार्य विकास वर्ग समाप्त हो गया। इसी दिन के समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में योगेन्द्र सिंह शिशोदिया उपस्थित थे। अपने भाषण में उन्होंने विद्यार्थियों की एकाग्रता बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि मन की एकाग्रता के बिना कोई भी ज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता। उन्होंने छात्रों की एकाग्रता बढ़ाने के लिए विभिन्न तरीकों का उल्लेख किया। उन्होंने छात्राओं के जीवन में ब्रह्मचर्य और सात्विक आहार का भी उल्लेख किया। इस दिन के समापन समारोह में, संगठन मंत्री महेश भागवत ने एक प्रासंगिक भाषण प्रस्तुत किया। अध्यक्ष डॉ. निखिल भूषण दे ने कहा, वर्ग की प्रभावशीलता तभी देखी जायेगी जब आचार्य अपने-अपने कार्यक्षेत्र में इस वर्ग को प्रतिबिंबित करेंगे। संपादक निहारेंदु धर के धन्यवाद ज्ञापन के बाद वंदेमातरम गीत के साथ वर्ग का समापन हुआ। वर्ग में भाग लेने वाले सभी आचार्य आचार्यों को ई-प्रमाणपत्र प्रदान किये जाते हैं।
शनिवार से शुरू हुए इस विकास वर्ग में उपस्थित वक्ताओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, शिक्षा व्यवस्था में आने वाले बदलाव और छात्रों के विकास समेत विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वर्ग में उपस्थित विभिन्न विषयों में अनुभव रखने वाले वक्ताओं में असम विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के सेवानिवृत्त प्रोफेसर निखिल भूषण दे, प्रोफेसर निरंजन रॉय, योगेन्द्र सिंह शिशोदिया, क्षौणिश चंद्र चक्रवर्ती, शिलचर एनआईटी के उप रजिस्ट्रार निहारेंदु धर, महेश भागवत, करीमगंज सरस्वती विद्या निकेतन के प्राचार्य अंजन गोस्वामी, शिलचर टी.टी. कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. अपर्णा भट्टाचार्य, करीमगंज कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. मालबिका भट्टाचार्य, बदरपुर महर्षि संदीपन विद्यापीठ के प्राचार्य पिंकू मालाकार, मनोजीत चक्रवर्ती, नंदिता दास आदि शामिल हुए।
इस तीन दिवसीय वर्ग में काछार, करीमगंज, हैलाकांडी और दिमाहासाओ जिले सहित लामडिंग के विद्या भारती विद्यालयों में कार्यरत 110 आचार्यों ने भाग लिया। शिक्षा विकास परिषद दक्षिण असम के कोषाध्यक्ष कौशिक कुमार डे, सुदीप्ता भट्टाचार्य, निहारेंदु धर, महेश भागवत, पिंकू मालाकार, समीरन चक्रवर्ती, संगीता रॉय चौधरी, पूरवी डे, विवेकानंद देव पुरकायस्थ, बनमाली शुक्लबैद्य और विवेक तिवारी ने विभिन्न विषयों पर चर्चा सत्र का संचालन किया।
इस तीन दिवसीय कक्षा में शिक्षा विकास परिषद दक्षिण असम के उपाध्यक्ष असित दत्त, अपूर्व कुमार नाथ, कृष्णकांत संदिकै मुक्ता विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. विश्वजीत पुरकायस्थ, कच्चाकांति सेवा समिति के संपादक अंशुमन दत्त, कच्चाकांति विद्या मन्दिर के अकादमिक निदेशक हरिहर चक्रवर्ती सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।