विद्या भारती का "अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव" -2021

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vidya bhaaratee ka "akhil bhaarateey sanskrti mahotsav" -2021
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विद्या भारती का "अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव" -2021: एक दृष्टि में

भारतीय संस्कृति के भाव को विद्या भारती तेजी से आगे कर रही है: अर्जुन राम मेघवाल

विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की योजनानुसार अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव-2021 का आयोजन विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के तत्वावधान में संस्कृति भवन, कुरुक्षेत्र में दिनांक 19 से 20 नवम्बर 2021 को आयोजित किया गया। महोत्सव का आयोजन आभासी माध्यम से हुआ, जिसमें संपूर्ण भारतवर्ष से छात्र भैया-बहिनों, आचार्यों ने कथा-कथन, तात्कालिक भाषण, आचार्य पत्र-वाचन प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता की। अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव का शुभारंभ 19 नवम्बर 2021 को हुआ, जिसमें माननीय अर्जुन राम मेघवाल, संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्य मंत्री, भारत सरकार आभासी माध्यम से मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने समारोह में देशभर से जुड़े छात्रें, आचार्यों एवं समाज के अन्य वर्गों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार भारतीय संस्कृति को प्रसारित करने और संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी संस्कृति संरक्षित भी हो, हम उसे विकसित भी करें और भारतीय संस्कृति का देश-विदेश में मान-सम्मान भी बढ़े, यह सरकार का प्रमुख लक्ष्य है।

उन्होंने आभासी रूप से आयोजित किए जा रहे अ.भा. संस्कृति महोत्सव को उद्धृत करते हुए कहा कि कारोनोकाल में भी भारतीय संस्कृति उजागर हुई। ऐसा आपदा को अवसर मानकर देखा जा सकता है। हमारे परिवार में क्या भावनाएं होनी चाहिए, यह भाव आगे बढ़ा। हमारी दादी, नानी, मां, पिताजी से ज्ञान भी मिल सकता है, यह भाव आगे बढ़ा। इसमें भारतीय संस्कृति को महत्वपूर्ण स्थान मिलता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति के भाव को विद्या भारती तेजी से आगे कर रही है, हम तेजी से आगे बढ़ सकते हैं और भारतीय संस्कृति विश्व में महान बन सकती है ऐसी मेरी कल्पना ही नहीं मैं इसे साकार होते हुए देख रहा हूँ।

19 नवम्बर को उद्घाटन समारोहपरांत कथा-कथन के शिशु वर्ग एवं अपराह्न बाल वर्ग की प्रतियोगिताएं हुईं, जिनमें छात्र भैया-बहिनों ने प्रेरक ऐतिहासिक, पौराणिक आख्यान एवं प्रेरक लोककथा पर आधारित अपनी कथा प्रस्तुत की। सायंकालीन सत्र में आचार्य पत्र-वाचन हुए, जिनमें आचार्यों ने भारतीय संस्कृति के विभिन्न विषयों पर अपने पत्र पढ़े। 20 नवम्बर को किशोर एवं तरुण वर्ग की तात्कालिक भाषण की प्रतियोगिताएं हुईं। इनमें प्रतिभागिता कर रहे प्रत्येक छात्र को समसामयिक विषयों पर उसी समय एक विषय दिया गया, जिस पर उन्होंने अपना भाषण प्रस्तुत किया। अ-भा-संस्कृति महोत्सव के प्रत्येक सत्र में तीन निर्णायक रहे। 20 नवम्बर को अपराह्न समापन समारोह का आयोजन रहा, जिसमें मुख्य अतिथि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के महामंत्री माननीय श्रीराम आरावकर रहे। समापन अवसर पर अ-भा- संस्कृति महोत्सव का वृत्त पढ़ने के पश्चात अतिथि उद्बोधन एवं प्रतियोगिताओं के शिशु, बाल, किशोर और तरुण वर्गों में क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे छात्रें की घोषणा की गई। आचार्य पत्र-वाचन में सभी को प्रोत्साहित किया गया। ओवरऑल चैंपियनशिप विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र को प्रदान की गई। दो दिवसीय संपूर्ण समारोह का सीधा प्रसारण विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरुक्षेत्र से संस्थान के यू-ट्यूब चैनल टठैैै ज्ञज्ञत् पर किया गया, जिसे कभी भी देखा-सुना जा सकता है।